शहजादपुर: हरियाणा, भारत में एक समृद्ध इतिहास और संस्कृति वाला शहर
शहजादपुर, हरियाणा, भारत के अंबाला जिले में स्थित एक शहर और तहसील मुख्यालय है। जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी (19 मील) पूर्व में स्थित, यह अंबाला संभाग का हिस्सा है।
यहाँ शहर की जनसांख्यिकी और इतिहास की एक झलक दी गई है:
जनसांख्यिकी
2011 की जनगणना के अनुसार, शहजादपुर की जनसंख्या 1,356 परिवारों में 7,278 थी, जिसमें पुरुषों (3,888) की संख्या महिलाओं (3,390) से अधिक थी। हरियाणा राज्य के औसत की तुलना में इस शहर का लिंगानुपात (प्रति 1000 पुरुषों पर 872 महिलाएँ) और बाल लिंगानुपात (730) कम है। शहजादपुर की साक्षरता दर 85.41% है, जो राज्य के औसत से अधिक है। पुरुष साक्षरता दर महिला साक्षरता से अधिक है। इस शहर का शासन एक निर्वाचित सरपंच द्वारा संचालित होता है।
इतिहास
शहजादपुर 1764 में सिख शासन के अधीन आ गया। संधू जाट परिवार के सरदार करम सिंह पहले सिख शासक बने और 1784 तक शासन किया। उनके पुत्र गुलाब सिंह उनके उत्तराधिकारी बने और 1844 तक शासन किया, उसके बाद सरदार शिव कृपाल सिंह संधू ने शासन किया। 1809 में, इस क्षेत्र ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का संरक्षण स्वीकार कर लिया, हालाँकि सिख शासकों के वंशज 1947 तक भूमि अनुदान के माध्यम से सत्ता पर काबिज रहे। बाद में अंबाला कैंट का निर्माण उस भूमि पर किया गया जो पहले शहजादपुर की थी। उल्लेखनीय नेताओं में सरदार गुलाब सिंह, सरदार शिव कृपाल सिंह, सरदार जीवन सिंह और अंतिम जागीरदार सरदार राम सिंह बहादुर शामिल थे।
स्थानीय जीवन और आकर्षण
शहजादपुर में वार्षिक गोगा मेड़ी मेला आयोजित होता है, जो "नाग देवता" गोगा जी के सम्मान में आयोजित किया जाने वाला एक मेला है। शहजादपुर किला एक ऐतिहासिक स्थल है जो इस क्षेत्र के अतीत की जानकारी प्रदान करता है। लाल किला बैंक्वेट हॉल कार्यक्रमों का स्थल है। मनोरंजन के लिए शिव कॉलोनी पार्क और अरुण शर्मा फ़ार्म जैसे कई पार्क उपलब्ध हैं। शहज़ादपुर में अंग्रेजी और हिंदी में शिक्षा प्रदान करने वाले स्कूल हैं, जिनमें सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और एम.आर.एस.डी. वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। शहज़ादपुर इतिहास, संस्कृति और सामुदायिक जीवन का एक अनूठा संगम है।

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